गुरुवार, 5 अगस्त 2010

निदा फाजली की ये लाइनें कितनी सही लगती हैं लाइफ में

दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है
मिल जाये तो मिटटी है खो जाये तो सोना है

1 टिप्पणी:

  1. लिखने वाले तो लिखकर चले जाते हैं दोस्त, मज़ा तो तब है जब कोई उन-सा या उनसे बेहतर लिखने वाला इन पंक्तियों को फिर से जिंदा करे... जैसा तुमने किया है... बहुत खूब... शुभकामनाएं!!!


    शुभ भाव

    रामकृष्ण गौतम

    जवाब देंहटाएं